विरह पद(यशु) Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps July 06, 2019 खत्म हो इस जिस्म का किस्सा अब, न होता इन्तेजार।। बनाइने वाले ने कैसा बनाया इस जिसम को बेकार।। सबकी इज्जत ढो ढो के बनाया प्रेम का व्यापार। खुद का कभी हुआ नही चला बनमे सबका सार... Read more