श्रीराधा अमृत कथा
🌷🌻 *श्री राधारमण जी अभिषेक भाव*
(श्री राधारमण जी मन्दिर में गाया जानेवाला एक पद -श्री राधारमण गीता ग्रँथ से)
🌹🍃श्रीरूप मंजरी जी एवम श्री गुण मंजरी जी दर्शन कर रहे हैं
🎋वे कहते हैं आज हमारा मनभावन हो गया
आज श्रीजी(श्री राधारमण जी) सिंहासन बैठे हैं और पंचामृत से नहा रहे हैं
🌿 *सखी री आज भये मन भाए।*
*राधारमण सिंहासन बैठे पंचामृत में नहाए।।*
क्या है उनका पंचामृत?
🍁 *लावन्यामृत दूध धार में वारुणी दधि लपटाए*
श्री प्रियाजी का लावण्य अमृत ही दूध की धार है
श्री राधारानी का आकर्षण ही दही है
ऐसे दूध दही के अमृत से राधारमण जी के अंग सराबोर हैं
♦ *स्नेहामृत घृत चिक्कन श्रीतन मधु माधुर्य चुचाये*
घी है राधारानी का स्नेह अमृत
राधारानी का माधुर्य ही मधु है
श्रीजी का तन पूरी तरह भीगा है
कैसा अपूर्व दर्शन है
🌀 *निज अनुराग सिता के रस में भीजत हैं सचु पाए*
पंचम अमृत धार राधारानी का अनुराग है जो सिता याने मिश्री जैसा मीठा है
🎗 *गौर अंग में श्याम रंग पट श्याम गौर दरसाये*
श्रीराधारमण जी ने गौर(पीले) वस्त्र धारण कर लिया मानो राधारानी के आनंद को धारण किया है
राधारानी ने श्याम रंग वस्त्र धारण किया है,मानो श्यामसुन्दर के प्रेम को ही धारण कर लिया है
🌟 *भूषण भाव तिलक शोभा को अरु सौभाग्य लगाए*
श्री राधारानी के भाव ही श्री राधारमण जी के आभूषण हैं
राधारानी जी की शोभा को ही राधारमण जी ने मस्तक पर तिलक रूप में धारण किया है
🌸 *लोचन कमल कटाक्ष माला क्षण क्षण में निर्माए*
राधारानी अपने चंचल नेत्रों से राधारमण जी को ऐसे देख रही मानो अपने नेत्रकमलों की माला उनके श्री अंग पर चढ़ा रही है
✨ *अंग सुगन्धि धूपनिर धूमित कांति दीप छवि छाए*
राधारानी का अंग परिमल ही राधारमण जी की सुगन्धि है
राधारानी की कांति ही उनके लिए दीप है
🌷 *रूपामृत व्यंजन अधरामृत जल पीवत न अघाए*
राधारानी का रूपामृत ही राधारमण जी को भोग लगाना है
राधारानी का अधरामृत ही उनका जल है
☘ *मृदु मुसिक्यान पान की बीरी अद्भुत रंग रचाए*
राधारानी की मधुर मुस्कान ही राधारमण जी के लिए पान की बीरी है।उनकी मुस्कान देखकर राधारमण जी के होठों पर भी लालिमा छा जाती है
🔥 *प्राण वारती करत आरती अलि दृग जल ढरकाय 💦*
राधारानी अपने प्राणों को वारकर आरती करतीं हैं
और नयन जल ही जल घुमाना है
💐 *श्री ललितादिक सकल सखी जन निरखि निरखि सचु पाय*
*रूपमंजरी संग गुणमंजरी बारबार बलि जाय*
श्री ललिता जी संग सभी सखियाँ दर्शन कर सुख पाती हैं
श्री रूपमंजरी एवम श्री गुणमंजरी बारबार बलिहार जाती हैं
जयजय श्रीश्री राधेश्याम🙏🏼🙇🏻♀🌹
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✍ सचिन दुबे
श्री राधा अमृत कथाये
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