परिक्रमा कीर्तन

परिक्रमा कीर्त्तन

श्री नवद्वीप धाम परिक्रमा

श्रील भक्ति केवल औडुलोमि महाराज द्वारा विरचित

जय जय महाप्रभु श्रीगौरांगचन्द्र |
पतितजनेरबन्धु जय नित्यानंद ||1||
अद्वैताचार्य जय गदाधर श्रीवास |
गौर भक्तजनगणेर कृपा मोर आश ||2||
नवधा भक्तिर पीठ नवद्वीप भूमि |
अप्राकृत धाम, एर धूलि चिन्तामणि ||3||
धामबासी करे मोरे आशीष वर्षण |
गौर जन कृपाय मिले श्रीधाम दर्शन||4||
जय जय मायापुर, जय अन्तर्द्वीप |
गौर जन्मभिटा जय, जय योगपीठ ||5||
विष्णुप्रिया शचीमाता, जगन्नाथ जय |
लक्ष्मी देवी जय, जय ईशान महाशय ||6||
भकतवत्सल प्रभु श्री नृसिंग देव |
गौरकुण्ड, निम्बवृक्ष, जय महादेव ||7||
शचीरअंगने मुई देइ गड़ागड़ि |
बैकुण्ठ श्रेष्ठ, एई साक्षात मधुपुरी ||8||
श्री वास अंगन जय संकीर्तन रास | 
हरिध्वनि हुहुंकार, नर्तन विलास ||9||
खोल करताल जोगे रात्रि जागरण |
सात प्रहरिया भाव जाहा प्रदर्शन ||10||
श्रीपति,श्री निधि जय , जय नारायणी |
श्री वास पंडित जय, जय श्री मालिनी ||11||
सुखी दुखी जय जय नित्त्यानन्द राय |
अपूर्व व्यासेर पूजा प्रकाश यथाय ||12||
अद्वैत भवन जय मंगल ठाकुर |
तुलसी आर गंगाजले पूजन प्रचुर ||13||
हूंकार शुनिया आईला श्री गौरांग राय |
पापी,तापी, दुःखी जीबेर दुःख दुरे जाय ||14||
भागवत भक्तिव्याख्या अपुर्व श्रवण |
बालक निमाईर रुप जाहा मनोरम ||15||
जय जय चन्द्र शेखर आचार्य भवन |
लक्ष्मीबेशे प्रकट जांहा प्रभुर नर्तन ||16||
जय जय प्रभुपाद सरस्वती ठाकुर |
ये आनिल प्रेमधन करुणा प्रचुर  ||17||
जय विनोद प्राण जय प्रभुपाद प्राण |
गौरकिशोर बाबा जय वैराग्य प्रधान ||18||
काजिर समाधि जय, श्रीधर अंगन |
छिद्रपात्रे जलपान स्नेह प्रदर्शन ||19||
जय श्री सीमन्तद्वीप नीलाम्बर ठाकुर |
शची आईर जन्मस्थान श्री विल्वपुकूर ||20||
जय श्री गोद्रुम धाम कीर्तन प्रमोद|
स्वानन्द सुखद कुन्ज श्री भक्तिविनोद ||21||
श्री भक्तिसिद्धान्त जय सरस्वती मठ |
गोद्रुम बिहारी जय संकीर्तन नट ||22||
गंगा सरस्वती जय संगम मज्जन |
हरिहरक्षेत्र जय श्री हंसबाहन ||23||
अलकानन्दार तीरे महाबाराणसी |
सुवणे बिहारे रुक्म वर्ण गौर शशी ||24||
जय जय मध्यद्वीप नृसिंहठाकुर |
भकतवत्सल प्रह्लाद आह्लाद प्रचुर ||25||
हिरण्य बधिया प्रभु करिला बिश्राम |
नृसिंह तीर्थे भक्तेर कीर्तन आराम ||26||
कोलद्वीप प्रौढ़माया कुलियार चर |
गौरकिशोर बाबार बैराग्य बिस्तर||27||
नवद्वीप जय, श्रीपादसेबन स्थान |
महाप्रभुर श्रीमूर्ति जांहा  विद्यमान||28||
सिद्धबाबा जगन्नाथेर भजनकुटिर |
बंशीदास बाबार भजन गंगातीर ||29||
ऋतुद्वीपे समुद्रगड़, चांपाहाटी स्थान |
गौर गदाधर द्विज बाणीनाथ प्राण ||30||
जह्नुद्वीपे विद्यानगर जान्नगर नाम |
सार्वभौमगृहे गौर हरिर विश्राम ||31||
मोदद्रुम द्वीपे वासुदत्तेर ठाकुर |
मदन गोपाल जीउ दर्शन मधुर ||32||
सारंग मुरारि जय बृन्दावनदास |
चैतन्य भागवत जिनि करिला प्रकाश ||33||
नारायणी वृन्दावनेर नित्यानंद राय |
माम्गाछि धामे प्रभु आछेन लीलाय ||34||
ए धामेर धूलाय मोर दण्ड परणाम |
जय प्रभु नित्यानंद बृन्दावन प्राण ||35||
गंगातीरे रुद्रद्वीप अति रम्यस्थान |
रुद्र इहा नृत्य करे गौर गुण गान ||36||
गंगा सरस्वती नदीर एपार ओपार |
नयटी द्वीपे गौर धामेर विस्तार ||37||
निजधामे लीला प्रभु करे अनुक्षण |
सर्बत्र प्रकट ताँर नर्तन कीर्तन ||38||
बहुभाग्ये मिले ताँर दर्शन श्रवण |
गौर जन करो मोरे कृपा वितरण ||39||
भक्तिविनोद सरस्वतीर चरण सम्बल |
धामपरिक्रमा गाय श्री भक्तिकेवल ||40||

श्री नवद्वीप धाम परिक्रमा की जय   
गौर निताई की जय
समवेत भक्त व्रन्द की जय
निताई गौर प्रेम आनन्दे हरि हरि बोल

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