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Showing posts from April, 2017

रैन दिवस

रैन दिवस बरसत मोरे नैना पिय बिन कित जाऊँ सखी री, कौन सुने मेरो बैना बाँवरी बन मैं इत उत डोलूँ , क्षण को चैन परै ना हिय की पीर सो कैसो जाने , जो उर बाण प्रेम सहै ना बिरहन को हाय प्रा...

मानसी सेवा

मानसी सेवा हम अपने मानसिक रुप से हृदय में प्रत्यक्ष विराजमान ठाकुरजी की करते हैं।अकिंचन वैष्णव को इससे दोहरा लाभ मिलता है।किसी कारण से वह तनुजा वित्तजा सेवा नहीं कर सकत...

प्रेम की अवस्थाएं

आनंद के कुछ भाव होते है - "रति", "प्रेम", "स्नेह", "मान" "प्रणय", "राग", "अनुराग", "भाव" फिर "महाभाव" 🌹 1. रति - जब चित्त में भगवान के सिवा अन्य किसी विषय की जरा भी चाह नहीं रहती ,जब सर्वेन्द्रिय के द...

विवेक

महाप्रभुजी विवेक धैर्याश्रय ग्रंथ में आज्ञा करते हैं-परिवार अथवा असत पुरुषों के आक्रमणों को सहन करें।'सभी वैष्णवों को अनुकूलता नहीं रहती।लोगों के व्यवहार संबंधी प्रत...

श्री रंगमहल

[12/9/2016, 10:51 PM] श्री राधे: श्री रंगमहल जहाँ युगल की विभिन्न प्रेम लीलाए होती है।उसके बारे मे सुना जाता है की वह शीशे का बना है किंतु वास्तव मे वह स्वर्ण निर्मित है।किंतु वह शीशे का है य...

एक मंजिल की पगडंडी

एक मंजिल की कुछ पगडंडियाँ हो गई हो तो सबको लगता सही पर वह चल रहा है । शेष गलत । सब विधि , सब सूत्र पँहुचते है । प्यारे जु तक जाने की कोई विधि हो उन्हें तो स्वागत करना । सच तो यह है क...

मन की पवित्रता

"मन की पवित्रता"..(संक्षिप्त) भजन करने वाले भक्त जो भजन करना तो चाहते है पर सांसारिक वृतियों के चलते उनसे भजन बन नहीं पा रहा है..भक्तों के लिए जीवन में इस महासंकट के चलते उनका ह्...