समाधियों की प्रकार
*समाधियों के प्रकार*
समाधियां 4 प्रकार की होती हैं-
1)दन्त समाधि
2)अस्थि समाधी
3)पुष्प समाधी
4)सम्पूर्ण समाधि
दन्त समाधि,अस्थि समाधि,पुष्प समाधि किसी सन्त को अनेक जगहों पर दी जा सकती है।एक ही काल में सन्त का उत्सव कई जगह किया जा सकता है।
*वृन्दावन की कुछ समाधियां*-
1)श्रील रूप गोस्वामी पाद -श्री श्री राधा दामोदर जी मन्दिर
2)श्रील जीव गोस्वामी पाद-श्री श्री राधा दामोदर जी मन्दिर
3)श्रील भूगर्भ गोस्वामी-श्री श्री राधा दामोदर जी मन्दिर
4)श्रील कृष्णदास कविराज गोस्वामी पाद-श्री श्री राधा दामोदर जी मन्दिर
5)श्रील लोकनाथ गोस्वामी पाद-श्री श्री राधा गोकुलानंद जी मन्दिर
6)नरोत्तम ठाकुर जी-श्री श्री राधा गोकुलानंद जी मन्दिर
7)श्रील विश्वनाथ चक्रवर्ती ठाकुर-श्री श्री राधा गोकुलानंद जी मन्दिर
8)स्वामी हरिदास जी,श्री विट्ठल विपुल जी,श्री विहारिण देव जी,श्री सरस देव जी समाधियां-निधिवन परिसर
9)श्रील गोपाल भट्ट गोस्वामी पाद-श्री राधा रमन जी मन्दिर घेरा
10)श्रील मधु पंडित जी समाधि-श्री श्री राधा गोपीनाथ जी मन्दिर घेरा
11)श्रील रघुनाथ भट्ट गोस्वामी पाद -चौसठ समाधी
12)श्रील बलदेव विद्या भूषण -श्री श्री राधा श्याम सुंदर मन्दिर
13)श्रील गदाधर पंडित दन्तसमाधि-केशीघाट के पास
14)श्री निवासाचार्य जी,श्री रामचंद्र कविराज जी,गौरीदास पंडित जी-धीर समीर घाट में
15)श्री गोपाल गुरु जी,वक्रेश्वर पंडित जी-वंशीवट में
16)श्री सूरदास जी-श्री श्री मदन मोहन जी मन्दिर
17)ग्रन्थ समाधी-आनेवाले समय में पात्र अनाधिकारी होंगे ये समझ आचार्यो ने निगूढ़ रहस्यमय ग्रंथों को श्री सनातन पाद के पास समाधिस्थ कर दिया।बड़े स्तूपाकार में ये दर्शन होते हैं।
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