मञ्जरी भाव
☘🌹मंजरी सेवा🌹☘
☘आपको स्नान कराने के लिए सूक्ष्म वस्त्र पहनाऊँगी।गले से हार आदि को खोलकर नीचे रख दूँगी।अरुण वर्ण के सुरभि हृदय(अन्तः करन को ठंडक पहुचाने वाले सुगन्धित) तेल द्वारा आपका अभ्यंजन अर्थात मालिश करुँगी।नव-कुंकुम और कर्पूर के चूर्ण के मिश्रण से बनाये गए लेप द्वारा आपको उबटन लगाउंगी।।26।।☘
☘अत्यन्त सुगन्धित जल के द्वारा आपको स्नान कराउंगी।सूक्ष्म वस्त्र द्वारा आपके श्री अंग से जल को पोंछ दूँगी।आपके केशो को अगरु धुंए से शीघ्र ही सुखाकर सुगन्धित बना दूँगी।।27।।☘
☘आपके मन की रूचि के अनुसार आपको वस्त्र पहनाऊँगी, स्वर्ण के कंघे के द्वारा आपके केश-कलाप का संस्कार कर दूँगी तथा अनेक प्रकार के पुष्पो से और अग्रभाग में अत्यधिक उज्जवल चम रिकी मणि से सुशोभित वेणी गुथूगी।।28।।☘
☘हे देवी!आपके सिर पर चूड़ा मणि और मुक्ता पत्र पाश्या(अर्थात मुक्ताओं से बनी हुई लड़ी) धारण कराउंगी।अत्यधिक आनंदपूर्वक आपके ललाट पर विचित्र तिलक की रचना कर दूँगी।आपके दोनों नेत्रो को काजल द्वारा और दोनों कानो को मणि-कुंडल द्वारा सुशोभित करुँगी तथा नासिका को भी अलंकृत कर दूँगी।।29।।☘🙏🏻🙇🏻♀
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