हा नित्यानन्द (यशु)

हा नित्यानंद, आमार कोरुणालय वरुणालय,, हा निताई चाँद परम दयाल ओगो कोरुना सिंधू, आमी पोतित मूढ़मोती ओगो दयाल।कृपा कोरे तोमार चरण तोले अमाके थाई दियो , आमार मोन मोन्दिर सदा ठाक तोमार एई दयाल रूप।।

Comments

Popular posts from this blog

शुद्ध भक्त चरण रेणु

श्री शिक्षा अष्टकम

श्री राधा 1008 नाम माला